इंटरनेट क्या है? What is Internet
इंटरनेट आज के समय का सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख संसाधन है जिसका उपयोग दुनिया भर के लगभग हर व्यक्ति के द्वारा किया जा रहा है. Internet लाखों कंप्यूटर, वेबपेज और सर्वर को जोड़ता है. इंटरनेट का उपयोग करके हम अपने प्रियजनों को ईमेल, वीडियो, संदेश आदि भेज सकते है. इंटरनेट ऑनलाइन जानकारी साझा करने और प्राप्त करने के लिए एक संचार माध्यम बनता है. अगर आपका डिवाइस इंटरनेट से जुड़ा है तो ही आप सभी एप्लीकेशन, वेबसाइट, सोशल मीडिया ऐप और कई अन्य सेवाओं का उपयोग कर पाएंगे. Internet को आजकल सूचना भेजने और प्राप्त करने का सबसे तेज माध्यम माना जाता है.
इंटरनेट की उत्पत्ति : Origin of Internet
इंटरनेट की उत्पत्ति वर्ष 1960 में ARPANET (Advanced Research Projects Agency.) नाम के पहले कामकाजी मॉडल के साथ इंटरनेट हुई थी. ARPANET एक ही नेटवर्क के साथ कई Computer सिस्टम को संचार करने के लिए पैकेट स्विचिंग का उपयोग करता है. अक्टूबर 1969 में, ARPANET उपयोग करके पहला संदेश एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में स्थानांतरित किया गया था.
इंटरनेट कैसे काम करता है? How does the internet works
इंटरनेट का कार्य क्लाइंट और सर्वर की सहायता से होता है. client एक लैपटॉप है जो सीधे इंटरनेट से जुड़ा होता है और server internet से indirect रूप से जुड़े कंप्यूटर होते है और उन सभी वेबसाइट को उन बड़े कम्प्यूटरों में संग्रहित किया जाता है. ये सर्वर ISP (Internet Service Providers) की मदद से इंटरनेट से जुड़े होते है और इन्हें IP एड्रेस से पहचाना जाता है.
प्रत्येक वेबसाइट का अपना डोमेन नाम होता है क्योकि किसी भी व्यक्ति के लिए हमेशा लंबी संख्या या स्ट्रिंग को याद रखना मुश्किल होता है. इसलिए जब भी आप ब्राउज़र के सर्च बार में कोई डोमेन नाम सर्च करते है तो सर्वर को request भेजा जाता है और वह सर्वर डोमेन नाम से IP का पता सर्च करने का प्रयास करता है. जिसे नेटवर्किंग में DNS (Domain Name Server) के रूप में जाना जाता है.
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भारत में इंटरनेट कब आया? When did internet come in india
भारत में इंटरनेट की शुरुआत 14 अगस्त 1995 को हो गयी थी लेकिन सार्वजानिक रूप से इसे 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड यानि VSNL द्वारा स्टार्ट किया गया था. उस समय इंटनेट का इस्तेमाल महत्वपूर्ण सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए किया गया था और इसकी स्पीड मात्र 8-10 kbps थी. जब भारत में इंटरनेट की शुरुआत हुई थी तब इससे मात्र 20-30 कंप्यूटर ही जुड़े थे और इंटरनेट कनेक्शन का खर्च भी बहुत ज्यादा था.
इंटरनेट की पहली वेबसाइट कौन सी थी? what was the first Internet website
इंटरनेट पर पहला वेब पेज 6 अगस्त 1991 को लाइव हुआ था. यह वर्ल्ड वाइड वेब प्रोजेक्ट की जानकारी के लिए समर्पित था और इसे टिम बर्नर्स ली (Tim Berners-Lee) ने बनाया था. यह यूरोपीय संगठन आर्गेनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च में एक नेक्स्ट कंप्यूटर पर संचालित हुआ था. इस पहले वेब पेज का एड्रेस http://info.cern.ch/hypertext/WWW/TheProject.html था. जो देखने में नीचे दी गयी इमेज जैसा था, जो आज भी लाइव है.
इंटरनेट का उपयोग- Uses of Internet and Website
इंटरनेट के कुछ महत्वपूर्ण उपयोग इस प्रकार है :
- ऑनलाइन बिज़नेस (ई-कॉमर्स): ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों ने हमारे जीवन को काफी आसान बना दिया है, अमेज़न, फ्लिपकार्ट, मिंत्रा जैसी ई- कॉमर्स साइटें सिर्फ एक क्लिक के साथ बहुत ही शानदार सेवाएं प्रदान कर रही है यह इंटरनेट का एक बड़ा उपयोग है.
- (कैशलेस लेनदेन): सभी merchandising कंपनियां अपने ग्राहकों को विभिन्न डिजिटल भुगतान ऐप जैसे पेटीएम, गूगल पे, आदि के माध्यम से उत्पादों के बिलों का ऑनलाइन भुगतान करने के लिए सेवाएं दे रही है. यूपीआई भुगतान गेटवे भी दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. इंटरनेट की वजह से भी डिजिटल भुगतान उद्योग हर साल 50% की दर से बढ़ रहे है.
- (शिक्षा): यह इंटरनेट सुविधा है जो वेब पर किसी भी सर्वर के माध्यम से सभी को शैक्षिक सामग्री का एक पूरा समूह प्रदान करती है. जो लोग शारीरिक कक्षाओं में भाग भाग लेने में असमर्थ है. इंटरनेट से कोई भी पाठ्यक्रम चुन सकते है और घर बैठे ही उसका बिंदु-दर-बिंदु ज्ञान प्राप्त कर सकते है. उच्च श्रेणी के संकाय डिजिटल प्लेटफार्म पर ऑनलाइन पढ़ा रहे है और इंटरनेट की मदद से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे है.
- (सोशल नेटवर्किंग): सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ऐप्स का मकसद पूरी दुनिया में लोगों को जोड़ना है. सोशल नेटवर्किंग साइट्स की मदद से हम अपने प्रियजनों के साथ बात कर सकते है, वीडियो साझा कर सकते है, जब वे हमसे दूर होते है. साथ ही हम चर्चा के लिए या मीटिंग के लिए समूह बना ग्रुप है.
- (मनोरंजन): इंटरनेट का उपयोग मनोरंजन के लिए भी किया जाता है. इंटरनेट पर मनोरंजन के कई विकल्प उपलब्ध है जैसे मूवी देखना, गेम खेलना, संगीत सुनना आदि. आप इंटरनेट से आसानी से मूवी, गेम, गाने, टीवी सीरियल आदि भी डाउनलोड कर सकते है.
इंटरनेट के फायदे
- इंटरनेट के जरिए हम विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सेवाएँ एक्सेस करने में सक्षम हो पाते हैं.
- पानी का बिल, बिजली का बिल, ट्रैन टिकट, होटल बुकिंग, टैक्सी बुकिंग आदि छोटे-मोटे कार्य अपने फोन के जरिए ही निपटा सकते है.
- किसी नए टॉपिक के बारे में जानकारी लेनी हो तो इंटरनेट इस मामले में लाइब्रेरी को मात दे रहा है. आप चलते-फिरते ही किसी भी टॉपिक के बारे में विस्तृत जानकारी मिनटों में ढूँढ़ सकते है.
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज ऑनलाइन प्राप्त कर सकते है.
- सोशल मीडिया साइट्स के जरिए अपने परिवारजन, रिश्तेदार, दोस्त, कलिग्स के साथ जुड़े रह सकते है और उनसे बातचीत कर सकते है. साथ ही शादी-विवाह, बर्थ डे पार्टी एवं किसी अन्य इवेंट्स के फोटू, विडियों भी शेयर कर सकते है.
- नई जॉब ढूँढ़ने के मामले में इंटरनेट का कोई सानी है. आप पलक झपकने की देरी में लाखों जॉब अपने लिए खोज सकते है और आवेदन दें सकते है.
- कॉलेज में एडमिशन लेना, प्रतियोगी परिक्षाओं के फॉर्म भरना, स्कॉलरशिप के फॉर्म जमा कराना जैसे कार्य बिना सरकारी दफ्तर जाए निपटाए जा सकते है.
इंटरनेट के नुकसान
1 लत लगना
यदि हम अपने फोन या कंप्यूटर में इंटरनेट का इस्तेमाल अधिक मात्रा में करते है तो हमे इसकी लत लग जाती है जिसके बाद हम इंटरनेट के बिना नहीं रह पाते. उदाहरण के लिए – यदि हम अपने फोन में यूट्यूब की वीडियो दिन भर देखते है तो हम उसके आदि हो जायेंगे. यह इंटरनेट का सबसे बड़ा नुकसान है. इंटरनेट की लत लगने से हमारे शरीर में बुरा प्रभाव पड़ता है जैसे – वजन बढ़ना, आंखों में दर्द होना, भूख ना लगना और बाल झड़ना आदि.
2 समय की बर्बादी
आज के समय में बहुत से लोग इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत अधिक मात्रा में करते है जिसके कारण उनका काफी समय बर्बाद होता है. इंटरनेट पर बहुत से प्रकार के मनोरजन से संबंधित कार्यकर्म मिल जाते है जिन्हे देखने में लोग अपना समय बर्बाद करने लगते है.
इसका असर लोगो के काम पर भी पड़ता है क्योकि वह अपना काम करने के बजाय इंटरनेट पर समय बिताने लगते है जिसके कारण उनका काम देरी से पूरा होता है. यह भी इंटरनेट का एक बड़ा नुकसान है. हमें हमेशा इंटरनेट को समय के अनुसार उपयोग करना चाहिये.
3 वायरस
जब भी हम इंटरनेट का उपयोग किसी डिवाइस में करते है या किसी वेबसाइट में विजिट करते है तो उस वेबसाइट में मौजूद वायरस हमारे डिवाइस में प्रवेश कर सकता है. जिसके कारण हमारे डिवाइस की स्पीड धीमी हो सकती है और हैकर हमारी महत्वपूर्ण जानकारी को चुरा सकता है.
इंटरनेट का उपयोग कई कंप्यूटर और डिवाइस को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है. इस प्रक्रिया के दौरान हैकर कंप्यूटर को स्कैन करके यह पता लगा सकते है की कौन से कंप्यूटर तक आसानी से पंहुचा जा सकता है. यदि हैकर को इस बात का पता लग जाता है तो वह यूजर को जानकारी चुरा सकता है.
4 धोखाधड़ी
इंटरनेट पर बहुत से ऐसे लोग मिल जाते है जो दुसरे लोगो के साथ धोखाधड़ी करते है. वर्तमान समय में इंटरनेट पर लाखो फ्रॉड होते रहते है कुछ में जानकारी चोरी होती है और कुछ में लोगो के पैसो की चोरी होती है.
5 स्वास्थ्य समस्याएं
किसी भी चीज़ की अति हानिकारक होती है. यदि आप बहुत अधिक मात्रा में इंटरनेट का उपयोग करते है उसमे दिन रात गेम खेलते है, वीडियो देखते है और ब्राउज करते है तो आपको स्वास्थ्य से सबंधित समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है.
इंटरनेट का ज्यादा उपयोग करने से आपका शरीर आलसी हो जायेगा, आपकी आंखे कमजोर हो सकती है या फिर आपके सिर में दर्द बना रह सकता है. इससे आपका मोटापा और वजन दोनों बढ़ सकता है. यदि आप कंप्यूटर पर इंटरनेट का उपयोग करते है तो आपकी कमर में दर्द रह सकता है और आपकी उंगलियों में भी दर्द बना रह सकता है.
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