सिर दर्द जो हल्का-हल्का शुरू होता है और धीरे-धीरे थोड़ा बढ़ जाता है और कभी-कभी असहनीय भी हो जाता है। कभी-कभी तो ऐसा भी होता है कि दवाईयाँ लेने के बाद भी सिर के दर्द से राहत नहीं मिलती।
बहुत से लोग तो नियमित सर-दर्द होते रहता हैं परन्तु इस समस्या का इलाज है और वह इलाज है ‘ध्यान’। सुनने में शायद थोड़ा अटपटा लगे परन्तु ध्यान द्वारा सिर के दर्द से छुटकारा पाना संभव है।
लड़कियों और औरतों को सिर में दर्द बहुत होता है लड़को के अपेक्षा।
सिर दर्द क्यों होता है?
सिरदर्द मुख्य रूप से तनाव, अत्यधिक शारीरिक और मानसिक परिश्रम, अपर्याप्त नींद और भूख, मोशन कमजोरी, अत्यधिक शोरगुल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अधिक प्रयोग के कारण सिरदर्द हो सकता हैं। कभी-कभी अधिक सोचना, अपर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी सिरदर्द के कारण हो सकता है ।
सिर दर्द के कारण जानिए
- मानसिक तनाव
- मन व शरीर की थकावट
- असंतुलित शारीरिक तंत्र
- सिर में अल्प रक्त प्रवाह
- अपर्याप्त नींद या पूरी नींद नहीं होना
- अत्यधिक शोर गुल में ज्यादा होना
- फ़ोन पर ज़्यादा देर बात करना और रात में गेम खेलना
- ज़रूरत से ज़्यादा सोचना
सिरदर्द के घरेलू उपाय
- योग का नियमित (रोज) अभ्यास – जिस में उपरोक्त योगासन और प्राणायाम (नाड़ी शोधन प्राणायाम व भ्रामरी
प्राणायाम) सम्मिलित हैं, अत्यंत प्रभावी हैं l उसके बाद 20 मिनट का ध्यान करना। - अधिक पानी पीना – पर्याप्त मात्रा में पानी पियें। शरीर में पानी की कमी से भी सिरदर्द हो सकता है। योग
और ध्यान करने के अभ्यास के बाद भी कभी-कभी हमें सिरदर्द हो सकता है।
इसका कारण यह है कि ध्यान शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है।
सिरदर्द से राहत पाने के लिए पानी, रोग निवारक एक आसान उपचार है।
- आयुर्वेद की सहायता– आयुर्वेद की जड़ी बूटियाँ जो सिरदर्द को दूर करने में मदद करती हैं, जैसे पान,लौंग, अदरक इत्यादि। अपने स्वादानुसार एक स्वस्थ आहार में लेना चाहिए ।
ये भी पढ़े: